आजकल वा खूब दूर-2 जाणी चा। झणी किले वा बांद मैसे रुसायीं चा। नि भी माणाली ता क्वी बात निचा। मेरी एक हैंकि बांद भी खुज्यायी चा। ©2012 अनूप रावत "गढ़वाली इंडियन" ग्वीन, बीरोंखाल, गढ़वाल (उत्तराखंड)
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