Friday, January 20, 2017

चुनौ कु शंखनाद ह्वेगेनी


मूसा बिरवाळु सी लड़ना छौ,
जु नेता ब्याली तक।
आज ऊंमा राम - लक्ष्मण सी,
भै - भयात ह्वेगेनी।
सोचणु रु मुंड मा हाथ धैरी की,
यु चमत्कार होई ता क्यान होई ?
फिर सुणि मिन बल,
चुनौ कु शंखनाद ह्वेगेनी।।

© 19-01-2017
अनूप रावत "गढ़वाली इंडियन"