जरा याद कैरि ल्यावा
जौं ळ देश का खातिर
अपड़ी कुर्बानी दे छायी
जरा द्वी घड़ी कु ही सै
याद तौं भी करि ल्यावा
आज़ाद छावा जौंका भ्वार
अपड़ी बात रखणा छावा
जान गवैं जौंळ देश की
मान-मर्यादा राखि संभाली
तौं की जयकार ब्वाला
सौं घैंटा आज सभ्या कि
मिली जुलि की सदनी रौंला
ये जुग-जगत मा देश कु
नौ रोशन कैरि द्योंला।।
©® अनूप सिंह रावत
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