Friday, May 23, 2014

गढ़वाली शायरी

झणी क्या जादू करि तुमुन,
झणी कन्नु रोग लगी ग्यायी.
जून सी जुन्याली मुखुड़ी तुम्हारी,
हे सुवा मेरा मन मा बसी ग्यायी.

© अनूप सिंह रावत “गढ़वाली इंडियन”
दिनांक – १३-०५-२०१४ (इंदिरापुरम)

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