Tuesday, March 20, 2018

एक कवि सम्मेलन मा


एक कवि सम्मेलन मा
तब गजब ह्वे ग्याई
जब वूं ळ मिथे भि
मंच पर बुलै द्याई
हम त सुनणा कु गयां छाया
पर हम थैं अपड़ी कविता
सुणान कु ब्वले ग्याई …

पैलि त मी जरा डैरी ग्यों
पर तौं न हौंसला बढै
फेसबुक मा बल तुम
खूब कविता पोस्ट करदो
आज यखम भी सुणे द्यो
मिन भी फट्ट मोबेल म देखि
कविता सुणे द्याई ...

पैलि-२ दौं कविता पाठ कार
थोड़ा भौत गलती भि ह्वाई
लोगों थैं कविता पसंद आई
अर दगड़ा दगडि सभ्या
मंचासीन धुरंधर कविगणों ळ
निरंतर अगिन्या बढ़णा कु
आशीष मैं थैं दे द्याई ...

©® अनूप सिंह रावत "गढ़वाली इंडियन"
दिनांक: 20-03-2018 (मंगलवार)

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