साथ हमारू जन्मों जन्मों कु चा, यनु च जनु माछी पाणी कु चा.. ऊंका दिल मा मी, उ मेरा दिल मा, सरैल द्वी अर चितमन एक चा... © अनूप सिंह रावत “गढ़वाली इंडियन” दिनांक – ३१-१०-२०१३ (इंदिरापुरम)
Post a Comment
No comments:
Post a Comment