हे छोरी माया लगाणु कु भट्याणी, तेरी गोरी उज्याली जून सी मुखुड़ी। जब बिटिन देखि त्वे हे जिया बांद, बस मा नीच हे छोरी मेरी जिकुड़ी।। © अनूप सिंह रावत "गढ़वाली इंडियन" दिनांक - ०४-१०-२०१३ (इंदिरापुरम)
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