Friday, December 30, 2011
नववर्ष की शुभकामनायें
आपको सपरिवार नववर्ष की शुभकामनायें.
प्रभु पूर्ण करे आपकी सारी मनोकामनाएं...
खुशियों से भरा हो संसार सदा आपका,
गमों से न भीगे कभी दामन आपका,
रब से करे बार बार सिर्फ यही दुआएं...
हर कदम पर आपको सफलता ही मिले,
खुशियों के फूल आपके आँगन में खिले,
आपके मार्ग में कभी न आये कोई बाधाएं...
रूठे न कभी आपसे आपके चाहने वाले,
प्यार देखकर दुश्मन भी गले लगाले,
इस वर्ष पूर्ण हो आपकी सम्पूर्ण आशाएं...
आप और हमारा रिश्ता यूँही जुड़ा रहे,
मुस्कान आपके चेहरे पर हमेशा रहे,
रावत अनूप प्रभु से करे इतनी ही दुआएं...
आपको सपरिवार नववर्ष की शुभकामनायें..
प्रभु पूर्ण करे आपकी सारी मनोकामनाएं...
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम, गाजियाबाद
Wednesday, December 14, 2011
कवि तो कवि है
कागज कलम हाथ में लेकर वो बस लिखता ही जाएगा
हर समस्या का समाधान वो बस ढूंढता ही जाएगा.....
कवि तो कवि है वो बस लिखता ही जाएगा....
प्रकृति की सुन्दरता का मनोरम चित्रण
या रिमझिम बरसते सावन का वर्णन
बसंत ऋतु के असंख्य फूलों के हर रंग
सर्द ऋतु की ठंडी हवा और बर्फ के संग
अपनी कलम का जादू वो बस बिखेरता ही जाएगा
कवि तो कवि है वो बस लिखता ही जाएगा....
समाज में फैली कुरीतियों पर व्यंग्य कसता
भ्रष्ट नेताओ की सजी महफ़िल की पोल खोलता
जनता के हितो के लिए हमेशा कलम से लड़ता
बचना इनसे सदैव अपना सन्देश है देता रहता
अपने लेखन के हथियार से बस लड़ता ही जाएगा
कवि तो कवि है वो बस लिखता ही जाएगा....
कविता लिखने में उसे कोई मोह लोभ नहीं
वह तो बस अपनी भावना प्रकट करता है
ज्ञान के प्रकाश की रोशनी को महोदय,
अहम् रूपी अंधकार भगाने को करता है
अपनी बातों को दूसरों तक बस पहुंचाता ही जाएगा
कवि तो कवि है वो बस लिखता ही जाएगा....
कविता एक माध्यम है जो पहले भी लिखी गयी
पन्त, निराला, जयशंकर, दिनकर, महादेवी वर्मा
अज्ञेय, कबीर, रहीम, मीरा, बच्चन, बोध, शर्मा
आदि अनेक पूर्व कवियों की महान थी गरिमा
रावत अनूप भी एक छोटी सी कोशिश करता ही जाएगा
कवि तो कवि है वो बस लिखता ही जाएगा....
©अनूप सिंह रावत "गढ़वाली इंडियन"
दिनांक - 14-12-2011 (इंदिरापुरम)
Tuesday, November 22, 2011
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
गांव गांव शहर शहर इनकी लाइन लगी है
नजर इनकी जनता के मत पर लगी है...
कितने दिनों बाद इनका सवेरा हो गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
आम हो या खास सबको हाथ जोड़ रहे हैं
मीठी मीठी बोली आज ये फिर बोल रहे हैं
ह्रदय परिवर्तन इनका आज फिर हो गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
सफ़ेद कुरता पायजामा सर पर टोपी खादी
चेले पीछे पीछे नाच रहे जैसे आज हो शादी
वादों की टोपी नेता आज फिर पहना गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
आज यहाँ कल वहां हो रही है रोज रैली
उड़ा रहे हैं जनता के रुपयों की ये थैली
ना जाने कितने रुपये का ये चूना लगा गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
दल हैं अनेक पर कर्म सबके एक हैं
वो कभी जीतता नही जिसके इरादे नेक हैं
जाग जा जनता आज सब तेरे हाथ में रह गया
चुनाव का वक्त एक बार फिर से हो गया
नेताओ को जनता का ध्यान हो गया..
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम गाज़ियाबाद
Friday, November 4, 2011
कलयुग ता चा ही पर भारी कलजुग ऐगे
कतगा बदिलेगे जमानु आज कतगा बदलाव ऐगे
कलयुग ता चा ही पर भारी कलजुग ऐगे....
सुवा बणी चा गर्लफ्रेंड, सौजडया बॉयफ्रेंड ह्वेगे
माजी बणी चा मांम, अब बाबाजी डैडी ह्वेगे
रंत रैबार छुटी गैनी, अब नयु मोबाइल ऐगे
चिठ्ठी झणी कख गायी, अब इन्टरनेट ह्वेगे
छंच्या पल्यो बाड़ी गायी, चौमीन बर्गर ऐगे
च्या की केतली फुंड, कोफ़ी कोल्ड ड्रिंक ह्वेगे
ढोल दमाऊ मशकबीन अब ता कख ख्वेगे
नयु जमानु कु अब ता बल डी. ज. ऐगे...
ब्यो हुन्णु चा बाद मा, पैली ब्वारी परदेश ऐगे
बुढया ब्वे-बुबा घार मा, अब यखुली रैगे
स्कूल मा नाम दर्ज से पैली, फेसबुक मा ऐगे
स्कूल जालू की नि जालू, पैली टयूसन लैगे
नेता बणिया छन सभी, आम जनता कम ह्वेगे
गरीबो कु होरी बुरु कनु खुन, अब मंहगाई ऐगे
बीडी तम्बाकू हुक्का बंद, सिगरेट सिगार ऐगे
कच्ची का कंटर चुल्ला मा, गौं-२ मा ठेका ह्वेगे
कतगा बदिलेगे जमानु आज कतगा बदलाव ऐगे
कलयुग ता चा ही पर भारी कलजुग ऐगे....
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम, गाजियाबाद
http://rawatmusic.blogspot.com
कलयुग ता चा ही पर भारी कलजुग ऐगे....
सुवा बणी चा गर्लफ्रेंड, सौजडया बॉयफ्रेंड ह्वेगे
माजी बणी चा मांम, अब बाबाजी डैडी ह्वेगे
रंत रैबार छुटी गैनी, अब नयु मोबाइल ऐगे
चिठ्ठी झणी कख गायी, अब इन्टरनेट ह्वेगे
छंच्या पल्यो बाड़ी गायी, चौमीन बर्गर ऐगे
च्या की केतली फुंड, कोफ़ी कोल्ड ड्रिंक ह्वेगे
ढोल दमाऊ मशकबीन अब ता कख ख्वेगे
नयु जमानु कु अब ता बल डी. ज. ऐगे...
ब्यो हुन्णु चा बाद मा, पैली ब्वारी परदेश ऐगे
बुढया ब्वे-बुबा घार मा, अब यखुली रैगे
स्कूल मा नाम दर्ज से पैली, फेसबुक मा ऐगे
स्कूल जालू की नि जालू, पैली टयूसन लैगे
नेता बणिया छन सभी, आम जनता कम ह्वेगे
गरीबो कु होरी बुरु कनु खुन, अब मंहगाई ऐगे
बीडी तम्बाकू हुक्का बंद, सिगरेट सिगार ऐगे
कच्ची का कंटर चुल्ला मा, गौं-२ मा ठेका ह्वेगे
कतगा बदिलेगे जमानु आज कतगा बदलाव ऐगे
कलयुग ता चा ही पर भारी कलजुग ऐगे....
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम, गाजियाबाद
http://rawatmusic.blogspot.com
Sunday, October 30, 2011
मेरु गौं
ऊँचा निचा डांडयूँ का बीच बस्युं च मेरु गौं
कनु भालू स्वाणु च दगिदयो मेरु गौं.
छ्वाल्या मंगरू कु ठंडो मीठो पाणी
आम सेव काफल तिमला की दाणी
अहा क्या बिंगो कनु प्यारु च मेरु गौं
घास घसेनी बाजूबंद लगानी जख
डांडयूँ माँ ग्वरेल बांसुरी बजान्दा वख
अहा थोला मेलु माँ रंग्यु होलू मेरु गौं
सारी पुन्गिदयों माँ कम काज लग्युं
सब का सब देखा कनु काम लग्युं.
अहा पसीना मेहनत कु लतपथ मेरु गौं
ऊँचा निचा डांडयूँ का बीच बस्युं च मेरु गौं
कनु भालू स्वाणु च दगिदयो मेरु गौं.
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम, गाजियाबाद
कनु भालू स्वाणु च दगिदयो मेरु गौं.
छ्वाल्या मंगरू कु ठंडो मीठो पाणी
आम सेव काफल तिमला की दाणी
अहा क्या बिंगो कनु प्यारु च मेरु गौं
घास घसेनी बाजूबंद लगानी जख
डांडयूँ माँ ग्वरेल बांसुरी बजान्दा वख
अहा थोला मेलु माँ रंग्यु होलू मेरु गौं
सारी पुन्गिदयों माँ कम काज लग्युं
सब का सब देखा कनु काम लग्युं.
अहा पसीना मेहनत कु लतपथ मेरु गौं
ऊँचा निचा डांडयूँ का बीच बस्युं च मेरु गौं
कनु भालू स्वाणु च दगिदयो मेरु गौं.
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम, गाजियाबाद
Thursday, October 27, 2011
कनु जमानु ऐगे कतगा बदलेगी आज
कनु जमानु ऐगे कतगा बदलेगी आज
भूली गेनी लोग अपरी रीति रिवाज..
ढोल दमोऊ झणी कख हर्ची गायी
मसुबाज रणसिंघा झणी कख गायी
नया जमानु कु ऐगे डी. जे. आज..
कनु जमानु ऐगे कतगा बदलेगी आज
भूली गेनी लोग अपरी रीति रिवाज..
छंच्या बाड़ी झोली झणी कख गायी
चौमीन पिज्जा बर्गर झणी क्या आयी
खाणु पीणु सब कुछ बदिलेगे आज..
कनु जमानु ऐगे कतगा बदलेगी आज
भूली गेनी लोग अपरी रीति रिवाज..
घास घसेनी गोरु का ग्वेरेल ख्वेगे
चिठ्ठी पत्री रंत रैबार कख ख्वेगे
नै जमानु कु मोबाइल ह्वेगे आज..
कनु जमानु ऐगे कतगा बदलेगी आज
भूली गेनी लोग अपरी रीति रिवाज..
अंग अंगडी फुर्क्याली घाघरी ह्वेगे गोल
कुर्ता फते मुंड मा कु टोपला ह्वेगे गोल
जींस टॉप झणी क्या-२ ऐगे आज..
कनु जमानु ऐगे कतगा बदलेगी आज
भूली गेनी लोग अपरी रीति रिवाज..
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम, गाजियाबाद
भूली गेनी लोग अपरी रीति रिवाज..
ढोल दमोऊ झणी कख हर्ची गायी
मसुबाज रणसिंघा झणी कख गायी
नया जमानु कु ऐगे डी. जे. आज..
कनु जमानु ऐगे कतगा बदलेगी आज
भूली गेनी लोग अपरी रीति रिवाज..
छंच्या बाड़ी झोली झणी कख गायी
चौमीन पिज्जा बर्गर झणी क्या आयी
खाणु पीणु सब कुछ बदिलेगे आज..
कनु जमानु ऐगे कतगा बदलेगी आज
भूली गेनी लोग अपरी रीति रिवाज..
घास घसेनी गोरु का ग्वेरेल ख्वेगे
चिठ्ठी पत्री रंत रैबार कख ख्वेगे
नै जमानु कु मोबाइल ह्वेगे आज..
कनु जमानु ऐगे कतगा बदलेगी आज
भूली गेनी लोग अपरी रीति रिवाज..
अंग अंगडी फुर्क्याली घाघरी ह्वेगे गोल
कुर्ता फते मुंड मा कु टोपला ह्वेगे गोल
जींस टॉप झणी क्या-२ ऐगे आज..
कनु जमानु ऐगे कतगा बदलेगी आज
भूली गेनी लोग अपरी रीति रिवाज..
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम, गाजियाबाद
Tuesday, August 9, 2011
फेसबुक FACEBOOK
आज यु फेसबुक बडू फेमस हवेगे
सरया दुनिया मा फेमस हवेगे.
दाना सयाना ज्वानू कु सारू
सभ्युं थे यु लगदु प्यारु
नना छोरु मा भी फेमस हवेगे..
यख बीती वख मिलाणु चा
खबर सार सुनाणु चा
डाकिया से भी फेमस हवेगे...
सभ्या चिपिक्या येपर यनु
अमृत की धार हो जनु
खाणु पेणु से भी फेमस हवेगे...
जनु भी चा पर अपरू चा
येकू बिना दिन नि कतेणु चा
तभी ता यु फेमस हवेगे...
आज यु फेसबुक बडू फेमस हवेगे
सरया दुनिया मा फेमस हवेगे.
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम, गाजियाबाद
Email:- rawatmusic@live.com
सरया दुनिया मा फेमस हवेगे.
दाना सयाना ज्वानू कु सारू
सभ्युं थे यु लगदु प्यारु
नना छोरु मा भी फेमस हवेगे..
यख बीती वख मिलाणु चा
खबर सार सुनाणु चा
डाकिया से भी फेमस हवेगे...
सभ्या चिपिक्या येपर यनु
अमृत की धार हो जनु
खाणु पेणु से भी फेमस हवेगे...
जनु भी चा पर अपरू चा
येकू बिना दिन नि कतेणु चा
तभी ता यु फेमस हवेगे...
आज यु फेसबुक बडू फेमस हवेगे
सरया दुनिया मा फेमस हवेगे.
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
" गढ़वाली इंडियन "
इंदिरापुरम, गाजियाबाद
Email:- rawatmusic@live.com
Monday, March 14, 2011
"Happy Holi"
सादे रंग को गलती से आप ना कोरा समझो,
इसी में समाये इन्द्रधनुषी सातों रंग,
जो दिखे आपको ज़िन्दगी सादगी भरी किसीकी,
तो आप यूँ समझो सतरंगी है दुनिया उसीकी,
होली आई सतरंगी रंगों की बौछार लायी,
ढेर सारी मिठाई और मीठा मीठा प्यार लायी,
आप की ज़िन्दगी हो मीठे प्यार और खुशियों से भरी,
जिसमे समाये सातों रंग यही शुभकामना है हमारी...
सर्वाधिकार सुरक्षित @ अनूप रावत
Tuesday, February 1, 2011
ल्यखना कु ज्यूँ ब्वानु चा
" ल्यखना कु ज्यूँ ब्वानु चा "
बीती बिसरी यादों थै आज, शब्दों मा पिरोणा कु ज्यूँ ब्वानु चा।
कभी बचपन मा मांजी छैयी लोरी सुणान्दी।
दादा बाजार बीटिं मीठी गोली ल्यांदा छाया।
दादी महाराजाओं कि कहानी छै सुणान्दी
फिर शुरू करी स्कूल का दिन हमन ।
पाटी ब्वाल्ख्या लेकी जख जांदा छाया।
जख बटी कुछ सिखुनु शुरू करी हमन।
फिर दयाखादा-२ इंटर पास कैरी याली।
झणी कतगा गरु भारू मुंड मकी धोलियाली।
अब जिंदगी कि रेस मा हिटन याली।
सर्वाधिकार सुरक्षित © अनूप सिंह रावत
Good Night SMS in Garhwali
बिना सागा कि रोटी गोला नि जांदी..
बिना पानी कि मेरी तीस नी जांदी..
कतका भी कोशिश करू सीना कि पर.,
बिना शुभ रात्रि बुलया मिथे निंद नि आंदी...
बिना पानी कि मेरी तीस नी जांदी..
कतका भी कोशिश करू सीना कि पर.,
बिना शुभ रात्रि बुलया मिथे निंद नि आंदी...
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