छै तू हे सुवा जून सी जुन्याली। तेरी आख्युं न जादू करी याली। माया लगै याली त्वैमा घनघोर, आज सबका समणी बोलियाली।। ©2013 अनूप रावत "गढ़वाली इंडियन" ग्वीन, बीरोंखाल, पौड़ी गढ़वाल (उत्तराखंड)
Post a Comment
No comments:
Post a Comment