Thursday, September 27, 2012

जनता भ्रष्टाचार से त्रस्त है

जनता भ्रष्टाचार से त्रस्त है
सरकार घोटालों में व्यस्त है
जनता बीमारियों से ग्रस्त है
पर सारे नेता लोग स्वस्थ हैं
महंगाई भी देखो बड़ी मस्त है
गरीबों की हालत बड़ी पस्त है
सरकार जनता को वादों की
लगा रही बार-२ बस गश्त है
जनता भ्रष्टाचार से त्रस्त है
सरकार घोटालों में व्यस्त है

सर्वाधिकार सुरक्षित @ अनूप रावत
"गढ़वाली इंडियन"
दिनांक - २७-०९-२०१२

Tuesday, September 4, 2012

हिंदी शायरी By Anoop Rawat

लवों पर उनका है नाम,
यादों में गुजरती है सुबह-शाम.
बहुत तड़प रहें हैं दोस्तों,
जब से पिया है इश्क का जाम.

अनूप रावत "गढ़वाली इंडियन"

Saturday, September 1, 2012

गढ़वाली शायरी By Anoop Rawat

माया की डोर बांधी ले दगिड्या
क्यांकू छै हे तू इनु सरमाणी.
भौं कुछ छन आँखी बिंगाणी,
औ त्वेथे मेरी माया भट्याणी.

अनूप रावत "गढ़वाली इंडियन"