Thursday, April 6, 2017

पहाड़ मा


पहाड़ मा
पहाड़ ही
रूणा छन.
पलायन,
बेरोजगारी,
की मार देखि.
सबसे ज्यादा
जू कर्ता छि,
जू धर्ता छि,
तौं नेतों,
अफसरों कु,
व्यवहार देखि..

सुखदा पाणी का,
मंगर्युं देखि.
परदेश बगदा,
मनिख्युं देखि.
शिक्षा की,
गुणवत्ता देखि.
हस्पतालों का,
खस्ता हाल देखि,
उजिडीदी कुड़ी,
बांजी पुंगडी देखि..

बंद हुंदा,
बाटो देखि.
परदेश जांदी,
सदिक्यों देखि.
आग से फुकेंदा,
जंगलों देखि.
कम हुंदा,
पौन पंछ्यों देखि..

© अनूप सिंह रावत #GarhwaliIndian
ग्वीन मल्ला, बीरोंखाल, पौड़ी गढ़वाल (उत्तराखंड)