Monday, January 3, 2022

मिजाण चुनौ ऐंगी

मिजाण... चुनौ ऐगीं

देहरादून बास छाया जु

अचगाल वो गौं जनै ऐगीं


पांच साल वोन अफु

दै-दूध खूब सपोड़ी

बचीं छांछ हमथैं देगीं


वादों कs फंचा भोरि

लेकि आयां छन वो

गौं-गौं मs खूब बंटेगीं


जात-पात भै-बिरादरी

राजनीति कि जोड़-तोड़

ख़्वाळदार मs आग लगैगीं


फूल-माला पैनि, हाथ जोड़ि

कुर्सी कs बान, झाड़ू लेकि

सैकल, हाथी मs बैठि ऐगीं


जन्ता ज्वा जागिगे छै वीं

अपड़ी छुयों मs अळझे कि

यो कनु घंघतोळ कैगीं.???


© अनूप सिंह रावत, दिनांक: 03/01/2022

ग्वीन मल्ला, बीरोंखाल, गढ़वाल, उत्तराखंड